नमस्कार दोस्तों आईये फिर से शुरुआत करते हैं आज के इस आर्टिकल "शब्दों के जाल" की और जानते हैं आज कौन से शब्द पर आधारित हैं ये आर्टिकल?
आज का यह आर्टिकल "बरस शब्द" से लिया गया हैं और इस पोस्ट में आप पा सकते हैं बरस पर बनी ढेरो शायरियों का बेजोड़ कलेक्शन. जोकि आप सभी शायरी के कद्रदानो को यह पोस्ट बेहद ही पसंद आएगा.
तो देर कैसी आईये पढ़ते हैं "बरस पर शायरी" और अपने मनपसंद शायरी को शेयर करते हैं अपने दोस्तों और चाहने वालो को व्हात्सप्प और फेसबुक तथा अन्य सोशल मिडिया पर.
दोस्तों आशा करता हूँ यह "Baras Shayari Status In Hindi" का कलेक्शन आपको बेहद पसंद आएगा धन्यबाद.
1=
महकी हूँ मैं भीग कर उसकी प्यार की ओस में...
सोचो ✒ बरस जाता वो तो क्या कमाल होता.
2=
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,
अब के ✒ बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो.
3=
जैसे ✒ बरस पड़ती है मेरी आँखें तुझे याद करके,
क्या कभी तेरी बाहें नहीं तरसती मुझे गले लगाने के लिये.
4=
✒ बरस-बरस के सावन सोंचे, प्यास मिटाई दुनिया की,
वो क्या जाने दीवाने तो सावन में ही जलते है.
5=
घिरे हुए थे जो बादल ✒ बरस के थम भी गए,
एक तेरी याद हैं जो थमती ही नहीँ.
6=
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूँद के लिए,
हम तो बादल है प्यार के कहीं और ✒ बरस जायेंगे.
7=
रंग का खुमार ऐसा ✒ बरस रहा है,
हर कोई खेलने को होली तरस रहा है.
8=
जमीन जल चुकी है आसमान बाकी है,
दरख्तों तुम्हारा इम्तहान बाकी है.
बादलों अब तो ✒ बरस जाओ सूखी जमीनों पर,
किसी का मकान गिरवी है और किसी का लगान बाकी है.
9=
बारिश इतना ना बरस, कि मेरा दोस्त ना आ सके,
आए तो इतना बरस की, लोट के ना जा सके.
10=
बादल ✒ बरस रहे है बाहर,
और यादें बरस रही है अंदर.
11=
कभी तो खुल के ✒ बरस अब्रे मेहरबाँ की तरह
मेरा वजूद है जलते हुए मकाँ की तरह.
12=
जिन पत्थरो को हमने दी थी धड़कने,
उनको जुबां मिली तो हम पर ही ✒ बरस पड़े.
13=
दिल पे छाया रहा उमस की तरह
एक लम्हा था सौ ✒ बरस की तरह.
14=
दीवार का कैलेंडर तो बदलता है हर साल,,
ए-ख़ुदा अब के ✒ बरस हालात भी तो बदल दे.
15=
दिए जलाए प्यार के चलो इसी ख़ुशी में
✒ बरस बिता के आई हैं ये सुबह जिन्दगी में मेरी.
16=
उन्होंने कहा, बहुत बोलते हो, अब क्या ✒ बरस जाओगे,
हमने कहा, चुप हो गए तो तुम तरस जाओगे.
17=
रिमझिम ✒ बरस पड़े हो , तुम तो फुहार बनके,
आया है अब तो मौसम कैसा खुमार बनके
मेरे दिल में यूँहीं रहना तुम प्यार प्यार बनके.
18=
पिछले ✒ बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,
अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो.
19=
चेहरे पै मेरे जुल्फ को फैलाओ किसी दिन,
क्या रोज गरजते हो ✒ बरस जाओ किसी दिन,
खुशबु की तरह गुजरो मेरे दिल की गली से,
फूलों की तरह मुझ पर बिखर जाओ किसी दिन.
20=
इस बार ✒ बरस जाए ईमान की बारिश,
लोगों के ज़मीर पर धूल बहुत है.
21=
जिन पत्थरों को कभी हमने दी थी धड़कने,
आज उनको जुबां मिली तो हम पर ✒ बरस पड़े.
22=
ऐ बारिश जरा खुलकर ✒ बरस, ये क्या तमाशा है,
इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है. इन्हें भी पढ़े : -
23=
✒ बरस रहे बादल आँखे रो रही
तन्हाई हर बात कह रही जाये तो कहा जाये
हर ओर गम की हवा चल रही
बड़ा अजीब मंजर है इश्क का
मर चुका मानस मगर साँस चल रही.
24=
दुश्मन भी चख ले तो मुँह मीठा हो जाए...
अब के ✒ बरस स्वभाव मेरा भी गुड़ जैसा हो जाये.
25=
गुजरे जिधर से तू वो मेरा रास्ता न हो
अब के ✒ बरस दुआ है तेरा सामना न हो.
26=
आज तो आसमान से भी ज़ज़्बात नही सम्भाले जा रहे,
जमी से मिलने को तरस रहा है, रह-रह कर ✒ बरस रहा है.
27=
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूँद के लिए,
हम तो बादल है प्यार के कहीं और ✒ बरस जायेंगे.
28=
ज़रा सी मुस्कुराहटों की बात हमने क्या की,
वो तो मुझपर ✒ बरस पड़े शिकायतों की तरह.
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तो देर कैसी आईये पढ़ते हैं "बरस पर शायरी" और अपने मनपसंद शायरी को शेयर करते हैं अपने दोस्तों और चाहने वालो को व्हात्सप्प और फेसबुक तथा अन्य सोशल मिडिया पर.
दोस्तों आशा करता हूँ यह "Baras Shayari Status In Hindi" का कलेक्शन आपको बेहद पसंद आएगा धन्यबाद.
1=
महकी हूँ मैं भीग कर उसकी प्यार की ओस में...
सोचो ✒ बरस जाता वो तो क्या कमाल होता.
2=
पिछले बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,
अब के ✒ बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो.
3=
जैसे ✒ बरस पड़ती है मेरी आँखें तुझे याद करके,
क्या कभी तेरी बाहें नहीं तरसती मुझे गले लगाने के लिये.
4=
✒ बरस-बरस के सावन सोंचे, प्यास मिटाई दुनिया की,
वो क्या जाने दीवाने तो सावन में ही जलते है.
5=
घिरे हुए थे जो बादल ✒ बरस के थम भी गए,
एक तेरी याद हैं जो थमती ही नहीँ.
6=
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूँद के लिए,
हम तो बादल है प्यार के कहीं और ✒ बरस जायेंगे.
7=
रंग का खुमार ऐसा ✒ बरस रहा है,
हर कोई खेलने को होली तरस रहा है.
8=
जमीन जल चुकी है आसमान बाकी है,
दरख्तों तुम्हारा इम्तहान बाकी है.
बादलों अब तो ✒ बरस जाओ सूखी जमीनों पर,
किसी का मकान गिरवी है और किसी का लगान बाकी है.
9=
बारिश इतना ना बरस, कि मेरा दोस्त ना आ सके,
आए तो इतना बरस की, लोट के ना जा सके.
10=
बादल ✒ बरस रहे है बाहर,
और यादें बरस रही है अंदर.
11=
कभी तो खुल के ✒ बरस अब्रे मेहरबाँ की तरह
मेरा वजूद है जलते हुए मकाँ की तरह.
12=
जिन पत्थरो को हमने दी थी धड़कने,
उनको जुबां मिली तो हम पर ही ✒ बरस पड़े.
13=
दिल पे छाया रहा उमस की तरह
एक लम्हा था सौ ✒ बरस की तरह.
14=
दीवार का कैलेंडर तो बदलता है हर साल,,
ए-ख़ुदा अब के ✒ बरस हालात भी तो बदल दे.
15=
दिए जलाए प्यार के चलो इसी ख़ुशी में
✒ बरस बिता के आई हैं ये सुबह जिन्दगी में मेरी.
16=
उन्होंने कहा, बहुत बोलते हो, अब क्या ✒ बरस जाओगे,
हमने कहा, चुप हो गए तो तुम तरस जाओगे.
17=
रिमझिम ✒ बरस पड़े हो , तुम तो फुहार बनके,
आया है अब तो मौसम कैसा खुमार बनके
मेरे दिल में यूँहीं रहना तुम प्यार प्यार बनके.
18=
पिछले ✒ बरस था खौफ की तुझको खो ना दूँ कही,
अब के बरस ये दुआ है की तेरा सामना ना हो.
19=
चेहरे पै मेरे जुल्फ को फैलाओ किसी दिन,
क्या रोज गरजते हो ✒ बरस जाओ किसी दिन,
खुशबु की तरह गुजरो मेरे दिल की गली से,
फूलों की तरह मुझ पर बिखर जाओ किसी दिन.
20=
इस बार ✒ बरस जाए ईमान की बारिश,
लोगों के ज़मीर पर धूल बहुत है.
21=
जिन पत्थरों को कभी हमने दी थी धड़कने,
आज उनको जुबां मिली तो हम पर ✒ बरस पड़े.
22=
ऐ बारिश जरा खुलकर ✒ बरस, ये क्या तमाशा है,
इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है. इन्हें भी पढ़े : -
23=
✒ बरस रहे बादल आँखे रो रही
तन्हाई हर बात कह रही जाये तो कहा जाये
हर ओर गम की हवा चल रही
बड़ा अजीब मंजर है इश्क का
मर चुका मानस मगर साँस चल रही.
24=
दुश्मन भी चख ले तो मुँह मीठा हो जाए...
अब के ✒ बरस स्वभाव मेरा भी गुड़ जैसा हो जाये.
25=
गुजरे जिधर से तू वो मेरा रास्ता न हो
अब के ✒ बरस दुआ है तेरा सामना न हो.
26=
आज तो आसमान से भी ज़ज़्बात नही सम्भाले जा रहे,
जमी से मिलने को तरस रहा है, रह-रह कर ✒ बरस रहा है.
27=
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूँद के लिए,
हम तो बादल है प्यार के कहीं और ✒ बरस जायेंगे.
28=
ज़रा सी मुस्कुराहटों की बात हमने क्या की,
वो तो मुझपर ✒ बरस पड़े शिकायतों की तरह.
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